चंडीगढ़ : पंजाब विजीलैंस ब्यूरो द्वारा साल 2016 में 2500 रुपए रिश्वत लेने और इंतकाल की जमाबन्दी सम्बन्धी फ़र्ज़ी दस्तावेज़ तैयार करने के दोष अधीन सेवामुक्त पटवारी को गिरफ़्तार किया गया है। उक्त पटवारी की पहचान इकबाल सिंह के तौर पर हुई है, जो फाजिल्का जिले के राजस्व हलका सिटी जलालाबाद, ज़िला फाजिल्का में तैनात था।
विजीलैंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने बताया कि सेवामुक्त पटवारी इकबाल सिंह को राजेश कुमार निवासी पंजे के उताड़, ज़िला फ़िरोज़पुर की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है।
इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता राजेश कुमार ने थाना विजीलैंस ब्यूरो, फ़िरोज़पुर रेंज में शिकायत दर्ज करवाई थी कि पटवारी इकबाल सिंह ने 4 मरले के प्लॉट, जिसकी उस (शिकायतकर्ता) ने अपनी माता कृपा रानी से ट्रांसफर डीड के द्वारा रजिस्टरी करवाई थी, का इंतकाल दर्ज करवाने के एवज में 2500 रुपए रिश्वत ली थी। जब शिकायतकर्ता ने उक्त प्लॉट पर एक बैंक से कर्ज़ लेने के लिए जमाबन्दी की कॉपी दी तो उसे बैंक अधिकारियों से पता लगा कि प्लॉट के दस्तावेज़ जाली हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की प्राथमिक जांच के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने यह दस्तावेज़ मोहाली स्थित फोरेंसिक साईंस लैबारटरी में पड़ताल के लिए भेजे तो पता लगा कि उक्त पटवारी ने शिकायतकर्ता राजेश कुमार को जाली ‘नकल दस्तावेज़’ जारी किये थे।
इस सम्बन्धी उक्त पटवारी के खि़लाफ़ थाना विजीलैंस, फ़िरोज़पुर रेंज में भ्रष्टाचार रोकथाम एक्ट के अंतर्गत केस दर्ज कर किया गया है और इस मामले की आगे जांच जारी है।