चंडीगढ़. राज्य में भ्रष्टाचार के खि़लाफ़ शुरु की मुहिम के अंतर्गत पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज ज़िला टाऊन प्लानर फ़तेहगढ़ साहिब के दफ़्तर में तैनात प्लैनिंग अफ़सर मनवीर सिंह और दो अन्य मुलाजिमों को अमलोह के एक निवासी से रिश्वत लेने के दोष अधीन काबू किया है। गिरफ़्तार किये दो अन्य मुलजिमों की पहचान जूनियर इंजीनियर (जे. ई.) धिकशू सैनी और ड्राइवर तेजिन्दर सिंह के तौर पर हुई है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि मुलजिमों को बलराम कुमावत निवासी अमलोह की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने थाना विजीलैंस ब्यूरो, पटियाला रेंज में शिकायत दर्ज करवाई है कि पुड्डा के उक्त मुलाजिमों ने उसके मकान और दुकान, जो उनके मुताबिक ग़ैर-कानूनी ढंग से बनाए गए हैं, को न तोड़ने के एवज में 1 50,000 रुपए रिश्वत माँगी थी। सौदा 40,000 रुपए में तय हुआ और इसमें से वह पहले ही उससे 30,000 रुपए रिश्वत ले चुके हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की प्राथमिक जांच के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो, पटियाला रेंज की टीम ने ट्रैप लगा कर ड्राइवर तेजिन्दर सिंह को दो सरकारी गवाहों की हाज़िरी में शिकायतकर्ता से 10,000 रुपए रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया। इस केस में उक्त प्लैनिंग अफ़सर और जे. ई. को भी गिरफ़्तार कर लिया गया है।
इस सम्बन्धी थाना विजीलैंस ब्यूरो, पटियाला रेंज में प्लैनिंग अफ़सर, जे. ई और ड्राइवर के खि़लाफ़ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है और इस मामले की आगे जांच जारी है।