The Journalist Post : अगर आप विदेश जाने का शौक रखते हैं तो कुछ ऐसे भी देश है जहां पर आपका भारतीय रुपैया सामान्य तौर पर चल जाएगा. इन देशों की सूची और इन देशों में उन पैसों की लिमिट और अन्य जानकारियां इस पोस्ट में हम साझा करेंगे.
नेपाल.
भारतीय रुपए लेकर आप सीधा नेपाल जा सकते हैं और वहां के लोकल दुकान से लेकर किसी भी खरीदारी में आप अपने भारतीय रुपए का इस्तेमाल कर सकते हैं. मौजूदा समय में एक भारतीय रुपए के लिए 1.6 नेपाली रुपए मूल्यांकन में आते हैं. अगर आप ₹10000 भारतीय लेकर जाते हैं तो आप नेपाल में 16000 नेपाली रुपए के बराबर खर्च कर सकेंगे.
विशेष बात नेपाल को लेकर यह है कि नेपाल में आप बिहार उत्तर प्रदेश समेत उत्तराखंड और वेस्ट बंगाल से सीधा प्रवेश पा सकते हैं और इसके लिए आपको किसी भी वीजा या पासपोर्ट की जरूरत नहीं है.
भूटान.
भूटान नरेश भारत ने आज पधार रहे हैं. वैसे ही आप जब चाहे भूटान जा सकते हैं और भारतीय लोगों को भूटान जाने के लिए किसी भी प्रकार के वीजा और पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं है. पहचान के तौर पर आप अपना आधार कार्ड या वोटर आईडी कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं. भूटान में भी भारतीय रुपए के बराबर वैल्यू है और जहां पर भी आपको खरीदारी करनी हो आप वहां आसानी से खरीदारी कर सकते हैं और स्थानीय मुद्रा के जगह पर भारतीय रुपए में पेमेंट कर सकते हैं.
बांग्लादेश.
बांग्लादेश को आजादी भारत ने दिलाई थी. बांग्लादेश के स्थानीय मुद्रा टका है लेकिन आप बांग्लादेश भारतीय रुपए लेकर जा सकते हैं और आम शॉपिंग के लिए इसका प्रयोग कर सकते हैं हालांकि बांग्लादेश ने इसे लीगल टेंडर घोषित नहीं किया है फिर भी स्थानीय लोग भारतीय रुपए को बहुत चाव से ले लेते हैं. बांग्लादेश में एक भारतीय रुपए की कीमत 1.3 बांग्लादेशी टका होती है. अगर आप ₹10000 भारतीय लेकर जाते हैं तो आप इसके एवज में 13000 बांग्लादेशी टका खर्च कर सकेंगे.
मालदीव.
मालदीव में आपका भारतीय रुपए कहीं पर दुकान वालों लेंगे तो नहीं लेकिन अगर आप लेकर साथ में कह गए हैं तो किसी भी एक्सचेंज काउंटर पर भारतीय रुपए को बदल सकते हैं और इसे यूएस डॉलर इत्यादि में रख सकते हैं. एक भारतीय रुपए की कीमत मालदीव में स्थानीय मुद्रा 0.19 होगी. अगर आप 10000 भारतीय रुपए ले करके जाएंगे तो उसकी वैल्यू मालदीव में स्थानीय मुद्रा उन्नीस सौ होगी.
जिंबाब्वे.
अगर जिंबाब्वे जाना चाहते हैं कि आप अपने भारतीय रुपए को लेकर जा सकते हैं और यहां पर ट्रेडिंग और अन्य खर्चे भारतीय रुपए में आप कर सकते हैं. 2009 में आई बड़ी महंगाई के बाद जिंबाब्वे ने अपना स्थानीय मुद्रा स्थापना बंद कर दिया और बाहरी मुद्रा पर ही अपना काम चलाना शुरू कर दिया जिसमें कुल 8 देशों की मुद्राएं वैलिड है और उसमें भारतीय मुद्रा भी शामिल है.