द जर्नलिस्ट पोस्टः एक निजी चैनल में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू के बाद पंजाब सरकार और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। इसके चलते डीजीपी गौरव यादव ने बुधवार को जेल अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। जेल अधिकारी यह तर्क दे रहे हैं कि यह इंटरव्यू राज्य से बाहर लिया गया है। वहीं, मुख्य सचिव विजय कुमार जंजुआ ने डीजीपी को मामले की जांच कर दो दिन में जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
मुख्य सचिव की ओर से डीजीपी को भेजे गए जांच संबंधी निर्देश में इस बात का पता लगाने पर जोर दिया गया है कि गैंगस्टर का इंटरव्यू किस स्थान से लिया गया और जेल में बंद बिश्नोई का मीडिया से संपर्क कैसे हुआ। इस बीच, मंगलवार रात को ही बठिंडा सेंट्रल जेल के अधीक्षक एनडी नेगी ने दावा किया कि यह संभव ही नहीं है कि उनकी जेल से कैदियों का इंटरव्यू हो सके।
उन्होंने कहा कि पूरे जेल परिसर में उच्च स्तर की सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही जैमर लगे हैं, जो मोबाइल फोन कॉल को रोक देते हैं। उन्होंने तर्क दिया कि लॉरेंस बिश्नोई को अलग-अलग मामलों में अन्य जांच एजेंसियां भी प्रोडक्शन वारंट पर लेकर जाती हैं। संभव है, उसी दौरान बीच रास्ते में बिश्नोई का इंटरव्यू लिया गया हो। वहीं, पंजाब की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने राजस्थान पुलिस को पत्र भेजकर लॉरेंस बिश्नोई को बठिंडा जेल से जयपुर ले जाने वाले पुलिसकर्मियों और रूट की डिटेल मांगी है।
वर्तमान स्थिति से मेल नहीं खा रहा हुलिया: आईजी जेल