चंडीगढ़. पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज अनिवार्य ड्राइविंग टैस्ट दिए बिना हैवी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में मदद करने के लिए 500 रुपए की रिश्वत लेने के दोष अधीन एक प्राईवेट एजेंट को गिरफ़्तार किया है।
मुलजिम की पहचान गुरचरनजीत सिंह उर्फ गोपी के तौर पर हुई है, जो जालंधर में एक आटोमैटिक ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक सैंटर नज़दीक केफे चला रहा है।
मुलजिम एजेंट को दलजीत सिंह निवासी गांव बीबरी जि़ला कपूरथला की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है।
इस संबंधी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के अधिकारित प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता ने पुलिस स्टेशन विजीलैंस ब्यूरो, जालंधर रेंज में शिकायत दर्ज करवाई थी कि एजेंट ने बिना कोई ड्राइविंग टैस्ट दिए उसका हैवी ड्राइविंग लाइसेंस जारी करवाने बदले 1200 रुपए की रिश्वत मांगी थी।
प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की प्राथमिक जांच के बाद विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाकर उक्त एजेंट को रिश्वत लेते मौके पर गिरफ़्तार कर लिया।
इस संबंन् में दोषी एजेंट के खि़लाफ़ भृष्टाचार रोक थाम कानून के अंतर्गत मामला दर्ज करके आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।