चंडीगढ़ : पंजाब के कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाले एक व्यक्ति ने हाल ही में अपनी शिकायत वापस ले ली। इसके बाद विपक्ष ने मंगलवार को सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) पर निशाना साधा। कथित पीड़ित ने कटारूचक के खिलाफ राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (NCSC) में शिकायत की थी। शिकायत को पंजाब सरकार को भेज दिया गया था और कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी गई थी।
पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने भी कटारुचक और पीड़ित का एक कथित वीडियो फोरेंसिक लैब से जांच करवाया और शिकायत को मुख्यमंत्री भगवंत मान को भेज दिया। शिकायत करने वाले ने हाल ही में नरिंदर भार्गव की अध्यक्षता वाले विशेष जांच दल (SIT) के सामने अपनी उपस्थिति के दौरान आरोपों को वापस ले लिया। उसने एसआईटी को बताया कि उसका मोबाइल फोन खो गया है और बाद में किसी ने उसे छेड़छाड़ किया हुआ वीडियो दिखाया।
इससे पहले, शिकायतकर्ता एक वीडियो में दिखाई दिया था और कहा था कि मंत्री ने उसे नौकरी देने के बहाने संबंध बनाने के लिए मजबूर किया था। एसआईटी ने एनसीएससी को सूचित किया है कि कटारूचक के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता है क्योंकि शिकायतकर्ता कथित यौन शोषण के समय नाबालिग नहीं था। इसके अलावा, शिकायतकर्ता और अभियुक्त दोनों अनुसूचित जाति वर्ग के सदस्य थे और इसलिए यह मामला अनुसूचित जाति आयोग के दायरे में नहीं आता है।