Manipur Violence Update : मणिपुर में हिंसा शुरू हुए डेढ़ माह से अधिक समय बीत चुका हैं परंतु वहां के हालात जस के तस बने हुए हैं। बुधवार को भी राज्य के अशांत इलाकों से हिंसक घटनाओं की सूचना आती रहीं। मैतेई और कुकी समुदाय के हथियारबंद लड़ाके अभी भी शांति कायम करने के लिए राजी नहीं है। एक-दूसरे समुदाय से जुड़े ठिकानों पर हिंसक हमले जारी है। सरकार ने राज्य के तनाव भरे हालात को देखते हुए एकबार फिर इंटरनेट पर लगे बैन को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
15 जून को राज्य में 20 जून तक इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया था मगर हालात में कोई सुधार न होते देख नए आदेश के मुताबिक 25 जून तक इंटरनेट काम नहीं करेगा। इसके अलावा मणिपुर में 21 जून से स्कूलों को खोला जाना था, मगर इसकी तारीख भी आगे खिसका दी गई है। राज्य में अब 1 जुलाई से स्कूल खुलेंगे। इंटरनेट ठप हो जाने के कारण मणिपुर में जिंदगी रुक सी गई है। सबसे अधिक परेशानी आम लोगों को सहनी पड़ रही है।
कोरोना के बाद हिंसा ने तोड़ी लोगों की कमर
कोरोना महामारी के भयावह दौरे को पीछे छोड़े अभी ज्यादा वक्त नहीं हुआ है कि मणिपुर के लोग अब हिंसा की आग में जलने को मजबूर हैं। बच्चे एकबार फिर अपनी पढाई से दूर हो चुके हैं। उनके स्कूल या तो हिंसा की आग में भेंट चढ़ चुके हैं या फिलहाल सुरक्षाबलों ने उन्हें अपना अस्थाई ठिकाना बना लिया है। कुछ सक्षम माता-पिता राज्य की स्थिति में सुधार न होता देख अपने बच्चों को अन्य राज्यों में मौजूद अपने रिश्तेदारों के पास पढ़ाई के लिए भेजने लगे हैं।