The Journalist Post…भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स के डॉक्टरों में गर्भ में ही बच्चे के दिल की सर्जरी करने में कामयाबी पाई है। टीम ने गर्भ में चने के दाने जितने छोटे दिल की सर्जरी की वो भी सफल। सर्जरी करने की यह विधि बैलून डाइलेशन है। इससे बच्चे के दिल का बंद वाल्व खोला जाता है। सर्जरी को डॉक्टरों ने सिर्फ 90 सेकेंड में पूरा किया। अब जच्चा-बच्चा सुरक्षित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सफलता के लिए डॉक्टरों की टीम को बधाई दी।
गर्भ में ही बच्चे को थी दिल की समस्या
डॉक्टरों ने महिला को बच्चे की हार्ट कंडीशन के बारे में बताया था और इसे सुधारने के लिए ऑपरेशन की सलाह दी थी, जिसे महिला व उसके पति ने मान लिया। 28 साल की महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। टीम ने बताया कि जब बच्चा मां के गर्भ में होता है, तब भी कुछ गंभीर तरीकों के हार्ट डिजीज का पता लगाया जा सकता है। अगर इन्हें गर्भ में ही ठीक कर दिया जाए तो जन्म के बाद बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर रहने की संभावना बढ़ जाती है और बच्चे का सामान्य विकास होता है।
एक छोटी सी सुई से बच्चे को दी नई जिंदगी
डॉक्टर ने बताया कि बच्चे सर्जरी का नाम बैलून डाइलेशन है। इसके लिए मां के पेट से बच्चे के दिल में एक सुई डाली। फिर बैलून कैथेटर की मदद से हमने बंद वॉल्व को खोला ताकि ब्लड फ्लो बेहतर हो सके। उम्मीद हैं कि सर्जरी के बाद बच्चे का दिल बेहतर तरीके से विकसित हो पाएगा और जन्म के समय दिल की बीमारियों का खतरा कम रहेगा।
मात्र 90 सेकंड में कर दिया गया आॉप्रेशन
सीनियर डॉक्टर ने बताया कि ऐसा ऑपरेशन गर्भ में पल रहे बच्चे की जान के लिए खतरनाक भी हो सकता था इसलिए इसे बहुत संभल कर परफॉर्म करना होता है। इसलिए 90 सेकंड में इस सर्जरी को अंजाम दिया गया। इसे बहुत जल्दी करना होता है, क्योंकि इसमें हार्ट चेंबर को पंक्चर किया जाता है। अगर इसमें कोई चूक हुई या समय अधिक लगा तो बच्चे की जान भी जा सकती है।