जालंधर: जालंधर में लोकसभा उपचुनाव की घोषणा कुछ ही दिनों में होने जा रही है और कुछ ही महीनों बाद जालंधर निगम के चुनाव भी होने हैं। ऐसे चुनावी माहौल में जालंधर निगम की विभिन्न यूनियनों के प्रतिनिधि पंजाब सरकार से अच्छे खासे नाराज हो गए हैं और उन्होंने संघर्ष शुरू करने का फैसला लगभग ले लिया है। इसकी शुरूआत सोमवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान का पुतला फूंकने से संबंधित कार्यक्रम से हो रही है, जिसके बाद निगम कर्मचारी हड़ताल पर भी जा सकते हैं।
विभिन्न निगम यूनियनों के प्रतिनिधि बंटू सभ्रवाल और रिंपी कल्याण के नेतृत्व में आज निगम कमिश्नर अभिजीत कपलिश से मिले। इस दौरान शम्मी लूथर, मनीष बाबा, देवानंद थापर, अरुण कल्याण, विनोद मद्दी, अशोक भील, विनोद गिल, विक्रम कल्याण, राजन कल्याण, अश्विनी मट्टू इत्यादि भी थे। इन यूनियन नेताओं ने कहा कि निगम के पार्षद हाऊस ने जनवरी महीने में दर्जा चार कर्मचारियों की भर्ती संबंधी प्रस्ताव पारित करके पंजाब सरकार को भेज दिया था परंतु पंजाब सरकार ने उस प्रस्ताव को अभी तक पेंडिंग रखा हुआ है। कर्मचारियों की कमी के कारण जालंधर निगम के सभी कामकाज प्रभावित हो रहे हैं परंतु आम आदमी पार्टी की सरकार ने अपने एक साल के कार्यकाल के दौरान कर्मचारियों की मांगों प्रति कोई ध्यान नहीं दिया। इस कारण निगम यूनियनों को संघर्ष शुरू करने पर विवश होना पड़ रहा है।