नई दिल्ली : गंभीर चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ के गुजरात में 15 जून को पहुंचने की आशंका के बीच राज्य में एक विस्तृत निकासी योजना बनाई गई है और प्रशासन ने 20,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। निकासी अभियान जारी रहेगा। चक्रवात बिपरजॉय “बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान” में बदल गया है और गुरुवार दोपहर तक इसके कच्छ और पाकिस्तान के कराची के बीच पहुंचने की संभावना है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया कि संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों को राज्य सरकार द्वारा सुरक्षित रूप से निकाला जाए। बयान के अनुसार मोदी ने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने और किसी भी तरह की क्षति होने की स्थिति में उन्हें तुरंत बहाल करने का भी निर्देश दिया।
चक्रवात के 15 जून, 2023 की सांय के आसपास एक अति प्रचण्ड चक्रवाती तूफान के रूप में 150 किमी प्रति घंटे के वायु झोंकों एवं 125-135 किमी प्रति घंटे की निरन्तर धरातलीय पवनगति के साथ सौराष्ट्र-कच्छ और उससे लगे पाकिस्तान के तटों को माण्डवी (गुजरात) एवं कराची (पाकिस्तान) के मध्य जखाऊ बंदरगाह के पास पार करने की संभावना है. सेना, नौसेना और भारतीय तट रक्षक को द्वारका के पास तट से दूर तेल खनन जहाज ‘की सिंगापुर’ से 50 कर्मियों को निकालने के लिए तटरक्षक बल (आईसीजी) के साथ तैयार अवस्था में रखा गया है।
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रही है कि इस चक्रवात से कोई जनहानि न हो. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की दर्जनों टीमों को चक्रवात से प्रभावित होने वाले जिलों में तैनात किया गया है और लोगों के आवास, भोजन और दवाओं की व्यवस्था की गई है।