The Journalist Post : भारत और नेपाल के प्रमुख तीर्थ स्थलों और विरासत स्थलों को जोड़ने के लिए विधिवत पूजा अर्चना के साथ जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन से भारत गौरव पर्यटक ट्रेन रवाना हुई। इस ट्रेन को रवाना करने के लिए नॉर्दन रेलवे के असिस्टैंट जनरल मैनेजर आशुतोष पंथ, फिरोजपुर मंडल के डी.आर.एम. सीमा शर्मा, चीफ कमर्शियल मैनेजर नार सिंह व आई.आर.सी.टी.सी. के अधिकारी विजय कुमार विशेष रूप से पहुंचे। मंच का संचालन सी.एम.आई. (डाटाबेस) मानसी पुरी ने किया। अधिकारियों के लिए प्लेटफार्म नंबर 2- 3 पर एक विशेष रूप से मंच सजाया गया था। जिसके आगे कुर्सियां भी लगाई गई थी।
ट्रेन को रवाना करने से पहले अंदर पूजा अर्चना भी हुई। इसके बाद डी.आर.एम. ने एक बुजुर्ग यात्री के हाथों से रिबन कटवाया। ट्रेन में सवार और प्लेटफॉर्म पर खड़े यात्रियों ने ऐसा नजारा पहली बार देखा था। ट्रेन में सवार यात्री अपने आपको काफी आनंदित महसूस कर रहे थे। इस मौके पर स्टेशन अधीक्षक हरिदत्त शर्मा, ट्रैफिक इंस्पेक्टर राम अवतार मीणा, अशोक सिन्हा, सीडीओ उपकार वशिष्ठ, एस.एस.ई. सुनील कुमार, जसप्रीत कौर, सी.आई.टी. अवतार सिंह, मुकेश कुमार सहित कई रेलवे अधिकारी मौजूद थे।
इन धार्मिक स्थलों के होंगे दर्शन
प्रस्तावित 10 दिवसीय भारत गौरव पर्यटक ट्रेन यात्रा का पहला पड़ाव अयोध्या होगा, जहां पर्यटक श्री राम जन्मभूमि मंदिर और हनुमान मंदिर और इसके अलावा नंदीग्राम में भरत मंदिर जाएंगे। अयोध्या के बाद, ट्रेन बिहार के रक्सौल रेलवे स्टेशन तक जाएगी। रक्सौल से पर्यटक बसों से काठमांडू के लिए रवाना होंगे। काठमांडू में ठहरने के दौरान, पर्यटक नेपाल की राजधानी में स्वंयभुनाथ स्तूप और अन्य विरासत स्थलों के साथ पशुपतिनाथ मंदिर जाएंगे। नेपाल भ्रमण के बाद ट्रेन रक्सौल से वाराणसी के लिए रवाना होगी। जबकि काशी में, पर्यटक सारनाथ, काशी विश्वनाथ मंदिर गलियारा, तुलसी मंदिर और संकट मोचन हनुमान मंदिर जाएंगे। पर्यटक वाराणसी से प्रयागराज बस से जाएंगे और संगम व हनुमान मंदिर के दर्शन करेंगे। प्रयागराज के बाद ट्रेन 9 अप्रैल को वापस जालंधर सिटी लौटेगी।