लुधियाना (TJP):- लुधियाना पुलिस ने दो दिन से लापता आठ साल के अब्दुल्लापुर बस्ती निवासी सहजप्रीत सिंह का शव सिधवां नहर से बरामद कर लिया। सहजप्रीत को उसके ताया स्वर्ण सिंह ने ही मौत के घाट उतारा है। आरोपी स्वर्ण सिंह की निशानहेदी पर रविवार सुबह कमिश्नरेट पुलिस ने शव बरामद कर लिया। इसके बाद थाना माडल टाउन पुलिस ने पहले से दर्ज मामले में हत्या की धारा जोड़ दी है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। डाक्टरों के बोर्ड द्वारा आठ साल के सहजप्रीत के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसके बाद ही खुलासा हो सकेगा कि आरोपी स्वर्ण सिंह ने नहर में फेंकने से पहले ही सहजप्रीत को मौत के घाट उतार दिया था या फिर डुबो कर उसकी हत्या की है।पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, स्वर्ण सिंह के छोटे भाई की शादी उसकी साली से हुई थी। स्वर्ण सिंह अपनी मां की काफी सेवा करता था लेकिन उसकी पत्नी और साली दोनों उसे रोकते थे और ताने देते थे। इसी कारण स्वर्ण सिंह काफी परेशान था और उसने मन में ठान लिया था कि जैसे यह लोग उसे उसकी मां से अलग करना चाहते है, वह भी अपने आठ साल के भतीजे सहजप्रीत को उनसे अलग कर देगा।
18 अगस्त की रात को वह सहजप्रीत को साथ ले गया। उसने जगरांव पुल के पास बच्चे की साइकिल खड़ा करवाई और उसे बाइक पर बैठा अमृतसर स्थित श्री दरबार साहिब जाने की बात कही। लाडोवाल के पास बच्चे ने नींद आने की बात कही तो वह वापस जालंधर बाइपास पहुंचा। वहां से बच्चे को फ्रूट लेकर दिया और कटाना साहिब गुरुद्वारा ले गया। वहां से सुबह सुबह निकल कर उसने रास्ते में पहले गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका और नहर के रास्ते वापसी के लिए निकल पड़ा। रास्ते में हरनामपुरा के पास उसने बच्चे को नहर में फेंक दिया और वहां से फरार हो गया। उसके बाद वह सीधे घर आया और परिवार वालों के साथ बच्चे को ढूंढने का ढोंग करने लगा। पुलिस के मुताबिक, देर रात तक सहजप्रीत के न मिलने पर परिवार वालों ने स्वर्ण सिंह को बताया। इस पर वह यही कहता रहा कि दरबार साहिब माथा टेकने पहुंच गया है। वहां से सीधे लुधियाना आऊंगा। लुधियाना पहुंचने के बाद वह घर पहुंचा और परिवार के साथ ऐसा व्यवहार करने लगा जैसे कुछ हुआ ही नहीं। पुलिस अब आरोपी स्वर्ण सिंह को सोमवार को अदालत में पेश करेगी। उससे पूछताछ जारी है।