जालंधर (रजनीश शर्मा ) : पंजाब सरकार द्वारा 31 दिसम्बर 2021 तक के बिल माफ करने की जो घोषणा की गई थी, उसका सर्कुलर आज जारी कर दिया गया है। इसमें कई तरह के नियम बताए गए हैं जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बिल माफी का लाभ अधिकतर उपभोक्ताओं को मिलना संभव नहीं हो पाएगा। इसका मुख्य कारण यह है कि 30 जून तक उपभोक्ताओं ने जितना भी बिल अदा किया है, उसकी 31 दिसंबर तक के बिलों से कटौती की जाएगी व 1 जनवरी से लेकर जो बिल बने है वह बकाया वाले कॉलम में आ जाएगा। इसे लेकर लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। इसका लाभ केवल वही उपभोक्ताओं को मिल पाएगा जिन्होंने 31 दिसम्बर से लेकर 30 जून तक बिल का कोई भी भुगतान नहीं किया है क्योंकि जो इस समय की अवधि में जो भुगतान हुआ है वह पुराने बिलों में काटा जाएगा।
सरकार ने बिल माफी को लेकर बड़े-बड़े दावे किए, इससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि 31 दिसम्बर तक के बिलों की माफी का लाभ बड़े स्तर पर उपभोक्ताओं को मिल पाएगा। उपभोक्ता उम्मीदें लगाए बैठे थे कि आने वाले बिलों माइनस में आएंगे जबकि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। आम आदमी पार्टी ने सरकार बनने से पहले 300 यूनिट मुफ्त बिजली को लेकर भी बड़े-बड़े वायदे किए गए थे, लेकिन इसमें भी शर्ते रखी गई है कि जनरल कैटागरी के उपभोक्ताओं का बिल 300 यूनिट से ऊपर बनने पर उसे पूरे बिल की अदायगी करनी होगी।
इसी तरह से आज जारी किए गए सर्कुलर में भी सरकार ने अजब-गजब नियम रख दिया है। इसमें कहा गया है कि 30 जून 2022 तक जितना बिल अदा किया गया है वह राशि 31 दिसम्बर 2021 तक की बकाया राशि में काटी जाएगी। उदाहरण के तौर पर किसी उपभोक्ताओं का 31.12.2021 तक का बिल 10,000 रुपए बना लेकिन उपभोक्ता ने बिल अदा नहीं किया। इसके बाद फरवरी में उपभोक्ता को अगला बिल प्राप्त हुआ जिसमें उसकी खपत 2000 रुपए दर्शाई गई व एरियल (बकाया) राशि मिलाकर कुल बिल 12,000 रुपए तक जा पहुंचा। इस उपरांत उपभोक्ता द्वारा 2000 रुपए की राशि अदा कर दी गई जबकि 10,000 रुपए का पुराना बकाया वहीं का वहीं खड़ा रहा।
इसके बाद जून में उपभोक्ता को बिल प्राप्त हुए जिसमें उसकी खपत 8000 रुपए दर्शाई गई व बकाया राशि मिलाकर बिल 18,000 रुपए बनाया गया। इसके बाद उपभोक्ता द्वारा 30 जून 2022 से पहले 8000 रुपए की राशि अदा कर दी गई व 10,000 रुपए एरियल वाले कॉलम में बकाया खड़े रहे। ऊपर बताए गए आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता द्वारा एक बार 2000 जबकि दूसरी बार 8000 रुपए जमा करवाए गए। इससे उपभोक्ता ने कुल 10,000 रुपए की राशि 30 जून 2022 से पहले अदा कर दी। अब जो नियम सामने आया है उसके मुताबिक उपभोक्ता द्वारा 30 जून 2022 तक अदा की गई राशि को 31 दिसम्बर 2021 से पहले वाले बकाया राशि से काट दिया जाएगा और 1 जनवरी से बाद वाले बिल अदा करने पड़ेंगे। इससे कई उपभोक्ताओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।