जालंधर (रजनीश शर्मा ):-पंजाब भर में खेड़ां वतन पंजाब दियां के शुभारंभ को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री भगवंत जालंधर में होंगे, जालंधर पुलिस उनके लिए सुरक्षा घेरा तैयार करने में जुटी है। वहीं पुलिस की नाक के नीचे संविधान चौक (बीएमसी चौक) में लगी पूर्व सीएम स्व. बेअंत सिंह की प्रतिमा पर शरारती तत्वों ने अलगाववादी नारे लिख दिए। जब शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं को इसकी भनक लगी तो माहौल तनावपूर्ण हो गया। बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए नेताओं ने अलगाववादी नारे लिखे जाने के विरोध में सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। आनन-फानन में पहुंची पुलिस ने प्रतिमा को साफ करने के बजाय उस पर कालिख पोत दी। कांग्रेसियों ने सरकार की सुरक्षा-व्यवस्था को सिर्फ दिखावटी बताया। इसके अलावा शरारती तत्वों ने चौक में लगे मुख्यमंत्री मान के पोस्टर पर भी स्लोगन लिखे।
बीएमसी चौक जालंधर का वह सेंटर प्वाइंट है जहां से डीसी-सीपी ऑफिस, पुलिस लाइन, बस अड्डा, कोर्ट-कचहरी, रेलवे स्टेशन सहित मुख्य स्थान 500 मीटर से 2 किलोमीटर के दायरे में है। 24 घंटे पुलिस के पहरे और सीसीटीवी कैमरों को चकमा देकर शरारती तत्वों ने अलगाववादी नारे लिख दिए। सोमवार को गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम में मुख्यमंत्री भगवंत मान खेड़ां वतन पंजाब दीयां (खेल मेले) का शुभारंभ करने पहुंच रहे है, जिसको लेकर सिटी अलर्ट पर है फिर भी इस तरह की घटना से लोग हैरान हैं। कांग्रेस के शहरी प्रधान बलराज ठाकुर और शिवसेना नेताओं ने कहा कि ये सरकार और प्रशासन के उस सुरक्षा प्रणाली पर तमाचा है जो अभी शुरु भी नहीं हुआ। सरकार आईसीसीसी के जरिये शहर के 10 जगहों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रख रही है उसमें बीएमसी चौक भी शामिल है तो फिर शरारती तत्व जब खालिस्तानी स्लोगन लिखने आए थे तो पुलिस को अलर्ट क्यों नहीं किया गया। जालंधर में पुलिस का ऐसा खुफिया तंत्र काम कर रहा है जिन्हें वारदात के घंटों बीत जाने के बाद पता नहीं चलता, लोग फोन कर बताते हैं यहां वारदात हुई है। घटना की खास बात है कि उस इलाके के सीसीटीवी कैमरे ही खराब है जिन्हें ठीक करने को लेकर लिखित में दिया गया था लेकिन कई दिनों से उसपर किसी ने अमल नहीं किया। अब आस-पास के कैमरे खंगाल रहे हैं लेकिन पुलिस के हाथ खाली है। शिवसेना और कांग्रेसियों के प्रदर्शन के बाद थाना बारादरी पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इससे पहले भी जब 15 जून को मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक बस सेवा को हरी झंडी देने वाले थे तो 14 जून की रात धार्मिक स्थल की दीवार पर खालिस्तानी स्लोगन लिखा गया था। एक बार फिर सीएम की जालंधर विजिट खालिस्तानियों के निशाने पर है, तब जिम्मेदारी एसएफजे प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने ली थी, लेकिन इस बार कोई सामने नहीं आया है ना ही पुलिस के हाथ कुछ लगा है।
सब स्टेडियम की सुरक्षा में, शहर कौन संभालेगा
गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम में आयोजित होने वाले उद्घाटन समारोह की सुरक्षा संबंधी तैयारियों की समीक्षा के दौरान डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह और पुलिस कमिश्नर गुरशरण सिंह संधू मौजूद थे। जिन्होंने डीसीपी, एसीपी और थानेदारों के साथ सुरक्षा संबंधी और शेष कार्यक्रमों के बारे में भी चर्चा की पुलिस अधिकारियों को अग्रिम सुरक्षा लाइनर (एएसएल) और अन्य सभी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
इन खेल प्रतियोगिताओं में अंडर-14, अंडर-17, अंडर-21 के अलावा 21-40, 41-50 और 50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग भाग ले सकते हैं। डीसी ने कहा कि रूड़का कलां, आदमपुर, मेहतपुर, फिल्लौर, भोगपुर, लोहियां, नकोदर, जालंधर पूर्व, शाहकोट, जालंधर पश्चिम और नूरमहल में ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 1 से 7 सितंबर तक ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिताएं होनी हैं, जिसमें वॉलीबॉल, एथलेटिक्स, फुटबॉल, कबड्डी, खो-खो व रस्साकशी प्रतियोगिताएं होंगी, जबकि 12 से 22 सितंबर तक होने वाले जिला स्तरीय टूर्नामेंट में कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, हैंडबॉल, सॉफ्टबॉल, जूडो, रोलर स्केटिंग, गतका, किक बॉक्सिंग, हॉकी, नेटबॉल, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, पावर लिफ्टिंग, लॉन टेनिस, कुश्ती, तैराकी, मुक्केबाजी, टेबल टेनिस और वेट लिफ्टिंग के मुकाबले होंगे। इसी तरह 10 से 21 अक्तूबर तक होने वाले राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में सभी जिला स्तरीय खेल के अलावा किक बॉक्सिंग, तीरंदाजी, निशानेबाजी, शतरंज, रोइंग, जिम्नास्टिक, तलवारबाजी और पावर लिफ्टिंग शामिल हैं।
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