जालंधर : Rajnish Sharma – लाहौर से पहुंची पाकिस्तानी युवती शुमाइला रविवार को जालंधर के कमल कल्याण के साथ वैवाहिक बंधन में बंध गई। मधुबन कॉलोनी निवासी ओम प्रकाश के बेटे कमल कल्याण को सोशल मीडिया के जरिये शुमाइला से प्यार हुआ था, जो सरहदों की लकीर को लांघकर आज अपनी मंजिल पर पहुंच गया। शुमाइला का परिवार ईसाई धर्म अपना चुका है, इसलिए कमल के परिवार ने भी ईसाई रीति रिवाज से शादी की सहमति दे दी। शुमाइला व कमल कल्याण कोर्ट मैरिज भी करेंगे। शुमाइला की मां आयशा व भाई वाजिद भी पाकिस्तान से शादी में शामिल हुए। शुमाइला एक सप्ताह पहले पाकिस्तान से जालंधर आई थीं। दोनों की सगाई 2018 में हो गई थी और साल 2020 में दोनों का विवाह तय किया गया।
कोरोना महामारी की वजह से दोनों देशों की सीमाएं सील हो जाने से शादी नहीं हो सकी। पंजाब एंड सिंध बैंक से रिटायर्ड ओम प्रकाश बचपन से जुड़ी कहानी याद कहते हैं कि देश की सरहदें बांट दी गईं। सब कुछ बंद हो गया व वीजा मिलना भी मुश्किल हो गया। परिवारों को जोड़े रखने के लिए मैंने पाकिस्तान में बेटे की सगाई की थी।
बहू नहीं, बेटी बनकर भारत आई हूं: शुमाइला
शुमाइला ने कहा कि मैं यहां आकर बहुत खुश हूं। बहू के रूप में नहीं, बल्कि बेटी बनकर यहां आई हूं। पाकिस्तान में वह कमल से सोशल मीडिया के जरिये संपर्क में रहती थीं। शुमाइला ने बताया कि कमल के दादा पाकिस्तान में रहते थे। वहां दोनों परिवारों का मिलाप हो गया। परिवार ने हमारी सगाई व्हाट्सएप पर की थी।
शुमाइला ने की थी देश के पीएम से वीजा देने की अपील
सगाई के बाद शादी तय होने पर शुमाइला ने जून 2020 में पाक मीडिया के जरिये भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की थी कि उसे वीजा दिया जाए। अब सरकार से वीजा मिलने के बाद शुमाइला का सपना पूरा हुआ है। शादी के बाद वीजा की अवधि बढ़ेगी फिर उसे भारत की नागरिकता मिलेगी।