लुधियाना: किसानों ने 18 अगस्त को लाडोवाल टोल प्लाजा पर धरना लगाने का फैसला वापिस ले लिया है। प्रशासन के साथ किसानों की हुई बैठक में कुछ बातों पर सहमति बनने के बाद यह फैसला लिया गया है। इसके साथ ही किसानों ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर टोल प्लाजा प्रबंधन ने उन्हें परेशान किया तो वे फिर से टोल प्लाजा पर स्थायी रूप से बैठ जाएंगे। भारतीय किसान मजदूर यूनियन, भारतीय किसान यूनियन दोआबा, भारतीय किसान यूनियन बहराम सहित कई समाज सेवी संगठनों के नेता ने संयुक्त पुलिस कमिश्नर जसकरन जीत सिंह तेजा, ए.डी.सी.पी. 3.शुभम अग्रवाल, नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की गई। बैठक के दौरान भारतीय किसान मजदूर यूनियन के अध्यक्ष दिलबाग सिंह गिल, भारतीय किसान मजदूर यूनियन दोआबा पंजाब के अध्यक्ष मंजीत सिंह राय, भारतीय किसान यूनियन दोआबा मालवा जोन के अध्यक्ष इंद्रवीर सिंह कादियां, बाबा सुखविंदर सिंह जी आलोवाल वाले और कई अन्य संगठनों ने ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर जसकरनजीत सिंह ने तेजा को बताया कि जिस दिन से हाई कोर्ट के आदेश पर टोल प्लाजा खोला गया है, उसी दिन से लाडोवाल टोल प्लाजा के कर्मचारियों द्वारा किसान संगठनों के प्रत्येक सदस्य के साथ बदसलूकी की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों के लिए टोल प्लाजा को फ्री नहीं किया गया तो वे अपना संघर्ष तेज करेंगे। प्रधान गिल और कादिया ने कहा कि अब किसान यूनियनों के पहचान पत्र देखकर उनसे वसूली की जा रही है और उनमें से कुछ के पहचान पत्र टोल पर ही रखे लिए जाते हैं जिसे किसान यूनियन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। किसानों से बातचीत के दौरान जिला पुलिस प्रशासन के संयुक्त पुलिस कमिश्नर आयुक्त जसकरणजीत सिंह तेजा, ए.डी.सी.पी. शुभम अग्रवाल ने किसान यूनियन को आश्वासन दिया कि जिस वाहन पर किसान यूनियन का झंडा लगा होगा,, किसान यूनियन का बैच होगा और किसान यूनियन का पहचान पत्र होगा, उससे कोई टोल नहीं लिया जाएगा। इसके बाद किसान यूनियन ने 18 अगस्त को लाडोवाल टोल प्लाजा पर दिया जाने वाला धरना वापस ले लिया है और कहा है कि अगर टोल प्लाजा प्रबंधन किसानों के साथ दुर्व्यवहार करेगा तो इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसी शिकायत दोबारा मिलने पर पक्के तौर पर टोल प्लाजा पर बैठ जाएंगे और टोल प्लाजा को स्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा।