जालंधर (रजनीश शर्मा ): जेई, फाइनेंसरों से दुखी होकर नगर निगम में कार्यरत लिफ्ट ऑपरेटर पवन कुमार पुत्र डैफू राम निवासी हिमाचल प्रदेश हाल निवासी अर्बन स्टेट जालंधर द्वारा मंगलवार को निगम की मेन बिल्डिंग स्थित बेसमेंट की पार्किंग में फंदा लगाकर सुसाइड करने के मामले में पुलिस ने पर्चे में नामजद तीन लोग विजय कुमार, जोगिंदर जेई, भाटिया फाइनांसर व एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ 306 का मुकदमा दर्ज किया था। थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि उक्त तीनों लोगों के घरों पर छापामारी की मगर वह सभी फरार बताए जा रहे हैं उन्होंने बताया कि जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जो सुसाइड नोट में फोन नंबर लिखा था वह बंद आ रहा है जिसकी कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है। उल्लेखनीय है कि नगर निगम मेन बिल्डिंग स्थित बेसमेंट पार्किंग में फंदा लगाकर सुसाइड कर ली। बेसमेंट में शव लटकता देख नगर निगम में हड़कंप मच गया। पुलिस को जांच के दौरान मृतक की पेंट की जेब से एक सुसाइड नोट व एक उसके घर से सुसाइड नोट बरामद हुआ था जिसमें मृतक ने लिखा है कि उसने तीन फाइनेंसरों से ब्याज पर रुपए लिए थे। उसने लोन लेकर उन लोगों को पैसे वापस कर हिसाब खत्म कर दिया। मगर उन फाइनेंसरों ने उसके चेक वापस नहीं किए और उल्टा बैंक में चेक लगाने की धमकी देकर परेशान करते थे। पवन ने सुबह 7:30 बजे फाइनेंसरों से दुखी होकर फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मृतक के 21 वर्षीय बेटे रमन कुमार के बयानों के आधार पर उक्त तीनों पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। सूत्र बताते हैं कि नगर निगम में ब्याज माफिया कई वर्षों से हावी है नगर निगम में करीब 8 ऐसे व्यक्ति जिनमें से कई प्रधान जो सरकारी ड्यूटी के साथ-साथ मोटे तौर पर ब्याज का कारोबार कर रहे हैं। इस ब्याज माफिया ने ज्यादातर नगर निगम के दर्जा चार मुलाजिमों को अपना शिकार बनाया हुआ है। उक्त फाइनेंसरों की नगर निगम में इतनी दहशत है कि उन्होंने मुलाजिमों के एटीएम कार्ड से लेकर बैंक पास बुक तक अपने पास रखी हुई है ताकि नगर निगम मुलाजिम अपनी मर्जी से पैसे न निकलवा सके। नगर निगम में मोटे स्तर पर चल रहे कारोबार का खुलासा नगर निगम के लिफ्टमैन पवन कुमार की आत्महत्या के बाद हुआ।
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