जालंधर (रजनीश शर्मा ): पंजाब सरकार द्वारा डिपुओं में खड़ी 500 के करीब बसों को चलाने के स्थान पर ठेके पर ली जा रही किलोमीटर स्कीम की बसों का रोडवेज-पनबस व पी.आर.टी.सी. ठेका कर्मचारी यूनियन ने कड़ा विरोध करते हुए संघर्ष का ऐलान किया है जिसके तहत 1 अगस्त को पंजाब का नैशनल हाईवे जाम किया जाएगा। इसके लिए फिलहाल जालंधर के रामा मंडी व पी.ए.पी. का चयन किया गया है। वहीं, 2 अगस्त को पी.आर.टी.सी. हैड ऑफिस में भूख हड़ताल शुरू होगी। हाइवे जाम में पंजाब के 27 डिपुओं में से जालंधर के साथ लगते 7 डिपुओं के कर्मचारी हिस्सा लेंगे। हाइवे जाम करने के बाद भी सरकार नहीं जागी तो पंजाब में 3 अलग-अलग स्थानों पर हाइवे जाम करने का फैसला लिया गया है। इसी संबंध में यूनियन की प्रदेश स्तरीय मीटिंग बुलाई गई जिसमें पंजाब के सभी डिपुओं के पदाधिकारियों व कर्मचारियों ने हिस्सा लेकर अपने विचार रखे। वक्ताओं ने कहा कि रोडवेज-पनबस व पी.आर.टी.सी. पिछले समय के दौरान घाटे में चल रही है लेकिन इसके बावजूद सरकार द्वारा डिपुओं में धूल फांक रही बसों को चलाने के प्रति कोई कदम नहीं उठाया जा रहा। सरकार पिछले 15-20 सालों से कच्चे तौर पर काम कर रहे कर्मचारियों को पक्का करने के प्रति कोई कदम नहीं उठा रही है जिससे यूनियन में रोष व्याप्त है। जालंधर डिपो-1 के प्रधान गुरप्रीत सिंह भुल्लर, डिपो-2 के प्रधान सतपाल सिंह सत्ता, महासचिव रणजीत सिंह, चाणन सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा 219 बसें किलोमीटर स्कीम के जरिए डाली जा रही हैं, जिसका लाभ प्राइवेट ठेकेदार ले जाएंगे व विभाग को होने वाली इंकम का नुक्सान होगा।