शिमला (TJP) : एलडीआर (विभागीय लिपिक भर्ती) परीक्षा में कथित धांधली के मामले में प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग ने हाईकोर्ट में अपना जवाब दायर कर दिया है। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया था कि परीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्यरत रमा देवी को अलग बैठाया गया। परीक्षा में पास करवाने की नीयत से उसे अन्य अभ्यर्थियों से अलग बैठाया गया। आयोग ने जवाब के माध्यम से अदालत को बताया कि परीक्षा में कोई धांधली नहीं हुई है। आयोग को इसकी शिकायत मिलते ही उपमंडल अधिकारी हमीरपुर से इस मामले की जांच करवाई गई।
जांच के दौरान पाया गया कि परीक्षा के दिन प्रतिवादी रमा देवी को 101 डिग्री बुखार होने के कारण अलग बैठाया गया था। याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में उस पत्र को भी संलग्न किया है, जिसमें रमा देवी ने अपनी गलती मानी है। प्रतिवादी रमा देवी ने लिखित परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है और 20 जुलाई को टंकण परीक्षा में भी भाग लिया है। हाईकोर्ट ने आदेश दिए हैं कि यह टंकण परीक्षा अदालत के आगामी आदेशों पर निर्भर करेगी।
रमा देवी मुख्यमंत्री कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी के पद पर कार्यरत है। हाईकोर्ट के समक्ष याचिका दायर होने के बाद उसका स्थानांतरण सचिवालय के सामान्य प्रशासन विभाग में कर दिया गया है। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता हमेंद्र चंदेल ने इसकी पुष्टि की है। बता दें कि एलडीआर क्लर्क परीक्षा का आयोजन 27 मार्च, 2022 को किया गया था। पोस्ट कोड 957 के तहत एलडीआर क्लर्क के 20 पदों को भरा जाना है। यह परीक्षा हमीरपुर जोन के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हमीरपुर में आयोजित की गई थी। परीक्षा में 128 अभ्यर्थियों ने भाग लिया था।
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