द जर्नलिस्ट पोस्टः कभी-कभी कुछ सामान्य-सी दिखती बातों को हम नजरअंदाज कर देते हैं. हालांकि उस पर सवाल पूछे जाने पर निरुत्तर रह जाते हैं. उदाहरण के लिए हम देखते हैं ट्रेन के सबसे पीछे वाले डिब्बे पर पीले रंग का क्रॉस का निशान होता है, क्रॉस क्यों होता है, अथवा वह पीले रंग का ही क्यों होता है? आस्तीन में एक के बजाय दो बटन क्यों लगे होते हैं? महिलाओं की शर्ट में बाईं तरफ बटन क्यों होते हैं? अथवा जब कोई आपको ठगता है तो आप उसे 420 के बजाय 421 या किसी और नंबर से क्यों नहीं संबोधित करते हैं. यहां कुछ ऐसे ही सवालों का जवाब दिया जा रहा है।
ट्रेन के पीछे के डिब्बे में क्रॉस का होना!
लगभग हर यात्री ट्रेन की अंतिम बोगी पर क्रॉस का निशान होता है. यह क्रॉस दर्शाता है कि यह ट्रेन का अंतिम डिब्बा है, स्टेशन पर तैनात स्टेशन मास्टर को अगर किसी ट्रेन में यह क्रॉस नहीं दिखता है तो वह ट्रेन को रुकवा कर जांच कर सकता है कि कहीं अंतिम या पीछे के कुछ डिब्बे किसी वजह से छूट तो नहीं गये. यानी अंतिम डिब्बे पर बना क्रॉस दर्शाता है कि ट्रेन अपनी पूरी बोगियों के साथ जा रही है. मालगाड़ी में यह क्रॉस थोड़ा छोटे आकार का होता है, क्योंकि मालगाड़ी में सबसे पीछे गार्ड का डिब्बा होता है।
क्यों होते हैं फुल आस्तीन में दो बटन?
पुरुषों के शर्ट की आस्तीन में दो बटन लगे होने के बारे में डिजाइनर्स का कहना है, इसकी वजह यह है कि आप आस्तीन को टाइट अथवा लूज कर सकें. आप शर्ट की बाईं ओर की बांह को टाइट करने के लिए पीछे लगे बटन का इस्तेमाल करते हैं, जबकि दाईं हाथ में लगा आगे का बटन का इस्तेमाल उस हाथ में बंधी घड़ी के लिए करते हैं, ताकि आपको घड़ी बांधने अथवा उसे बार-बार देखने में दिक्कत नहीं हो।
लड़कियों की शर्ट में बाईं तरफ बटन क्यों होते हैं?
इस संदर्भ में कई तरह के फैक्ट बताये जाते हैं, एक तो यह कि महिलाएं अकसर अपने बच्चे को बाएं हाथों से गोद में उठाती है. उनकी सुविधा के लिए बटन बाईं तरफ इसलिए लगाते हैं, ताकि वे बटन खोलकर फीडिंग करवा सकें. एक अन्य फैक्ट के अनुसार प्राचीन काल में जो महिलाएं घुड़सवारी करती थीं, वही महिलाएं सुविधा के लिए शर्ट पहनती थीं, उनकी शर्ट में बाईं ओर बटन होने के कारण तेज हवा चलने पर बटन खुलने की संभावना कम रहती थी।
धोखेबाजों को 420 क्यों कहते हैं?
आपको जब कोई धोखा देता है तो आप कहते हैं, तुम बड़े 420 हो, आपने उसके लिए कभी भी 421 या कोई और नंबर का प्रयोग नहीं किया. आखिर क्यों? दरअसल यह नंबर कानून से जुड़ा मुद्दा है. भारतीय दंड संहिता की एक विशेष धारा 420 है, जो ऐसे व्यक्ति के लिए होता है, जिसने किसी व्यक्ति या किसी संस्था के साथ बेईमानी की हो. छोटी मोटी बेईमानी लोग नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन बड़ी बेईमानी अथवा धोखाधड़ी के मामले में वह कानून की चपेट में आ जाता है और गुनाह साबित होने पर उसे भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत सजा सुनाई जाती है. यह सजा अधिकतम 7 साल की होती है।