Heart Attack: हार्ट अटैक किसी भी दिन, किसी भी वक्त, किसी भी व्यक्ति को परेशान कर सकता है और यह जानलेवा भी साबित हो सकता है, लेकिन हफ्ते का एक दिन इसके लिए भी खास है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि गंभीर रूप से हार्ट अटैक के ज्यादातर मामले सोमवार को आते हैं। ब्रिटिश कार्डियोवैस्कुलर सोसायटी में पेश स्टडी के अनुसार सोमवार के दिन गंभीर हार्ट अटैक की दर सबसे ज्यादा होती है।
शोधकर्ताओं ने हार्ट अटैक के सबसे गंभीर प्रकार यानि एसटी-सेगमेंट एलीवेशन मायोकार्डियल इंफ्रेक्शन (STEMI) का मरीजों में पता लगाया है। इसमें दिल की सबसे बड़ी धमनी पूरी तरह से बंद हो जाती है जिसके कारण दिल तक ऑक्सीजन व ब्लड सप्लाई रुक जाती है। STEMI के दौरान दिल तक जाने वाली मुख्य धमनी में पूरी तरह से ब्लॉकेज हो जाती है जिसकी वजह से दिल की मांसपेशियां काम करना बंद कर देती हैं। ऐसे में दिल की धड़कन कम होनी शुरू हो जाती है और कुछ ही देर में मौत हो सकती है।
STEMI को हार्ट अटैक के सबसे महत्वपूर्ण प्रकार में से एक माना जाता है क्योंकि इसमें फेफड़ों तक खून पंप करने वाले हार्ट के चैंबर्स की मांसपेशियां बहुत ज्यादा क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिसकी वजह से शरीर के दूसरे अंगों तक खून नहीं पहुंच पाता। चूंकि दिल की मांसपेशियां दोबारा से ठीक नहीं हो सकती, इसलिये ये स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।
स्टडी में पाया गया कि STEMI हार्ट अटैक की दर सोमवार को सबसे ज्यादा होती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसकी असली वजह का तो पता नहीं, लेकिन सर्केडियन रिदम के साथ कुछ ऐसा है जो हार्मोन के वितरण को प्रभावित करता है, जिसकी वजह से हार्ट अटैक और स्ट्रोक हो सकता है। सोमवार को हार्ट अटैक के ज्यादा मामलों के पीछे की वजह काम पर लौटने से जुड़ा दबाव शामिल हो सकता है। बहुत ज्यादा स्ट्रेस कोर्टिसोल हार्मोन के लेवल को बढ़ा देता है, जिसकी वजह से हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है।