द जर्नलिस्ट पोस्टः शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री का नाम भगवंत मान नहीं बेईमान होना चाहिए था, क्योंकि मान ने लोगों से झूठ बोलकर बेईमानी से सरकार बनाई है। मान सरकार के कार्यकाल में ऐसा एक भी दिन नहीं रहा जब अपराध न हो रहा हो। पंजाब में सरकार भगवंत मान नहीं, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई चला रहा है। वह जेल में बैठा टीवी चैनल को इंटरव्यू दे रहा है और यह तय कर रहा है कि पंजाब में किसने जीना है और किसने मरना है।
सुखबीर बादल ने यह बात आप की वादाखिलाफी की नीतियों के खिलाफ तहसील दफ्तर के समक्ष लगाए गए धरने को संबोधित करते हुए कही। शिअद-बसपा गठबंधन की ओर से शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में यह धरना दिया गया था। बादल ने कहा कि पंजाब में कारोबारियों व अन्य लोगों से गैंगस्टर फोन कर फिरौती मांग रहे हैं। अगर लोग शिकायत लेकर पुलिस के पास जाते हैं तो पुलिस अधिकारी उल्टा उनकी मदद करने के बजाय उन्हें यह कहते हैं कि दो-चार लाख रुपये गैंगस्टर को देकर अपनी जान छुड़ा लो। पंजाब में रहना लोगों के लिए खतरे से खाली नहीं रहा है। सुखबीर बादल ने कहा कि 2017 में कांग्रेस सरकार बनाकर पहले तो पांच साल कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बर्बाद किए। अब आप की सरकार पांच साल बर्बाद कर रही है। अगर पंजाब में शिअद की सरकार होती तो उन्होंने पंजाब को आगे की तरफ लेकर जाना था। कांग्रेस व आप सरकार की वजह से पंजाब बहुत पिछड़ गया है।
उन्होंने कहा कि एसआईटी को साफ निर्देश थे कि निष्पक्ष जांच की जाए। मगर सीएम मान ने एसआईटी को अपने तरीके से चलाया। मुख्यमंत्री भगवंत मान शुरू से ही कहते आ रहे हैं कि कोटकपूरा गोलीकांड में बादलों को फंसाना है। मगर मान जो मर्जी कर ले, अदालत इंसाफ करेगी। पहले भी भगवंत मान को कई फैसलों में कोर्ट से मुंह की खानी पड़ी है।
एसजीपीसी की बात करते हुए सुखबीर बादल ने कहा कि दिल्ली में एसजीपीसी को भंग कर गुरुद्वारों को आरएसएस के हवाले किया जा रहा है। हरियाणा में भी इसी तरह करने की साजिश चल रही है। पता नहीं सिख कौम को हो क्या गया है, जो लोग सिख कौम के दोषी हैं, उन्हीं को वोट डालकर अपने ही अधिकारों का हनन करवाया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इस बार चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, लेकिन उनके जिद करने पर वे लंबी से चुनाव लड़ने के लिए मजबूर हुए थे, क्योंकि उन्हें अपने लोगों पर भरोसा था, लेकिन चिंता की बात है कि लोगों ने प्रकाश सिंह बादल जैसे बड़े सियासतदान को वोट न डालकर आप पार्टी को मौका दिया, अब आप की सरकार बनने के बाद परिणाम सबके सामने हैं। उन्होंने व्यंग्य कसते हुए उन्होंने कहा कि अब मुझे इस बात का डर है कि कोई और केजरीवाल की तरह न आ जाए कि एक मौका हमें भी दे दो। पंजाब को बर्बाद करने के लिए यह लोग मौके मांग रहे हैं। आप सरकार ने पंजाब को कर्ज तले दबा दिया है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो हालात और भी खराब होते चले जाएंगे।