चंडीगढ़. मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों अनुसार शरारती तत्वों पर सख़्ती से नज़र रखने के लिए सभी धार्मिक स्थानों पर पुख़ता सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए पंजाब पुलिस की तरफ से ऐसी संस्थाओं जैसे गुरुद्वारों, मंदिरों, चर्चों और मस्जिदों में दो दिवसीय विशेष चैकिंग की गई। इस चैकिंग का उद्देश्य धार्मिक संस्थाओं और सुरक्षा प्रबंधों का जायज़ा लेना और यह यकीनी बनाना था ऐसी संस्थाओं में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं और पूरी तरह काम कर रहे हैं। डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में शनिवार और रविवार को यह विशेष चैकिंग की गई थी।
स्पैशल डीजीपी लॉ एंड आर्डर अर्पित शुक्ला ने कहा कि सीपीज़/ऐसऐसपीज़ को हिदायत की गई है कि वे अपने अधिकार क्षेत्र में पड़ते सभी धार्मिक स्थानों जिनमें मंदिर, गुरुद्वारे, चर्चें और मस्जिदें शामिल हैं, का दौरा करने के लिए अपेक्षित संख्या में टीमें तैनात करें और पुजारियों और प्रबंधक कमेटियों के सदस्यों के साथ सुरक्षा समीक्षा मीटिंगें करें। उन्होंने कहा कि गज़टिड रैंक के अधिकारियों (जी. ओज) को महत्वपूर्ण धार्मिक समूहों जैसे कि सत्कार कमेटियों और शिव सेना नेताओं के साथ मीटिंगें करने के लिए भी कहा गया था।
उन्होंने पुलिस टीमों को यह भी हिदायत की कि सभी धार्मिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने को यकीनी बनाने के इलावा चौकीदार/सुरक्षा गार्ड की तरफ से निगरानी की जाये।
इस दौरान कम से कम 698 पुलिस टीमें, जिनमें 4000 से अधिक पुलिस मुलाज़िम शामिल थे, ने राज्य भर में 16118 गुरुद्वारों, 4263 मंदिरों, 1930 चर्चों और 777 मस्जिदों की चैकिंग की। यह समूची चैकिंग की निगरानी रेंज इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आई. जी. एस. पी.) की तरफ से स्वयं की गई।
स्पैशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने समूह गुरुद्वारों, मंदिरों, चर्चों और मस्जिदों की प्रबंधक कमेटियों को भी अपील की कि वे अपने-अपने धार्मिक अदारों में किसी भी असुखद घटना को रोकने के लिए हमेशा चौकस रहें।
उन्होंने सीसीटीवी कैमरों की हफ्तावारी चैकिंग को यकीनी बनाने के लिए कहा जिससे यह पता लगाया जा सके कि वे काम कर रहे हैं या नहीं। उन्होंने प्रबंधक कमेटियों को अपने-अपने धार्मिक स्थानों के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा गार्ड तैनात करने की सलाह भी दी।
ज़िक्रयोग्य है कि सीपीज़/ऐसऐसपीज को समाज विरोधी तत्वों पर निगरानी बढ़ाने के लिए सभी धार्मिक स्थानों के आसपास पुलिस गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।