चंडीगढ़. राज्य में वातावरण अनुकूल सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट शुरू करने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज पायलट प्रॉजेक्ट के तौर पर लुधियाना और जालंधर से ई-व्हीकल सेवा और अमृतसर से ई-आटो सेवा शुरू करने की मंजूरी दे दी है।
राज्य के 47 शहरों में अलग-अलग विकास प्रोजेक्टों का जायज़ा लेने के लिए आज यहां एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट की बढ़िया सुविधाएं प्रदान करने के अलावा यह सुविधाएं वातावरण की सुरक्षा में भी अहम भूमिका निभाएंगी।
उन्होंने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लुधियाना और जालंधर में ई-व्हीकल सेवा और अमृतसर में ई-आटो सेवा शुरू की जाएगी। भगवंत मान ने उम्मीद ज़ाहिर की कि सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट के यह ढंग- तरीके इन शहरों में यातायात की समस्या को हल करने में भी काफ़ी सहायक होंगेे।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आवारा पशुओं की समस्या को हल करने के उदेश्य से राज्य सरकार की तरफ से जल्दी ही बठिंडा और पटियाला जिलें में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी क्योंकि इससे उनकी कीमती जानें बचाने में मदद मिलेगी। भगवंत मान ने कहा कि आवारा पशुओं के कारण जानलेवा सडक़ हादसों के कारण लोगों की जान को बड़ा ख़तरा बना हुआ है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि किसी भी विकास कार्य को पूरा करने की आवश्यकता का पता लगाने के लिए राज्य सरकार ने पहली बार ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ के द्वारा काम की ज़रूरत का मूल्यांकन करने संबंधी एक प्रोजेक्ट लागू किया है। उन्होंने कहा कि इसको पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर अमृतसर में शुरू किया गया है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य में ज़रूरत के आधार पर विकास कामों को यकीनी बनाने के लिए इस मॉडल को दूसरे जिलों में भी लागू किया जाएगा।
मुख्य मंत्री ने अलग- अलग शहरों में लागू किए जाने वाले 1000 करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्तावित प्रोजेक्टों की भी समीक्षा की और कहा कि इससे इन शहरों के विकास को बढावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि 762. 45 करोड़ रुपए के प्राजैक्ट इन 47 शहरें में नहरों के द्वारा 100 प्रतिशत पानी की सप्लाई यकीनी बनाई जाएगी। भगवंत मान ने कहा कि इस प्रमुख प्राजैक्ट पर काम इस साल अगस्त तक शुरू होने की संभावना है।