The Journalist Post:- पंजाब में नगर निगम चुनाव अभी लंबा खिंच सकता है। कारण यह है कि अभी तक वार्डबंदी ही फाइनल नहीं हुई। आज चंडीगढ़ में होने वाली डी-लिमिटेशन बोर्ड की मीटिंग भी रद्द हो गई है। जिससे नगर निगम के चुनाव लड़ने वाले की तैयारी कर रहे प्रत्याशियों को अभी और इंतजार करना पडे़गा।
जालंधर नगर निगम की बात करें तो इस बार 85 वार्डों पर चुनाव होगा। वार्ड बढ़ाने के लिए सर्वे हो चुका है, इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी गई है। इसी पर आज चंडीगढ़ में डी लिमिडेशन बोर्ड की मीटिंग होनी थी, जो रद्द हो गई है। इससे पहले विधानसभा सेशन के चलते 10 मार्च को बोर्ड की मीटिंग टाल दी गई थी।
जालंधर से डी लिमिटेशन बोर्ड में कांग्रेस के विधायक परगट सिंह, कांग्रेस के ही विधायक बावा हैनरी, आदमपुर से विधायक सुखविंदर कोटली औऱ आम आदमी पार्टी के विधायक शीतल अंगुराल को शामिल हैं, इन लोगों को आज की मीटिंग में शामिल होना था। आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद जालंधर कैंट हलके में 5 नए वार्ड बनाए गए हैं।
पांच नए वार्ड बनने से जालंधर में अब 85 वार्डों पर इलेक्शन करवाया जाएगा। नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक पहले बोर्ड के सदस्यों के सामने ड्राफ्ट आना है, उसके बाद रिजर्व वार्ड तय होंगे। इस प्रक्रिया के बाद वार्डों के हदों व पूरे शहर की हदबंदी की नोटिफिकेशन जारी होगी।
इससे पहले वार्डों को बढ़ाने को लेकर शहर के लोगों से आपत्ति एवं सुझाव भी मांगे जाएंगे। इस सबके बीच बोर्ड की बैठक आज रद्द तो गई गई है, लेकिन अभी तक नहीं तारीख नहीं बताई गई है। अगर देखा जाए तो बोर्ड की मीटिंग के बाद भी अप्रैल पूरा महीना प्रक्रिया में निकल जाएगा। जानकार बताते हैं कि मई से पहले नोटिफिकेशन संभव नही है।