भारत और चीन के बीच पत्रकारों को लेकर चल रहे विवाद पर नजदीकी नजर रखने वालों के मुताबिक चीन की आधिकारिक शिन्हुआ समाचार एजेंसी के रिपोर्टर ने लगभग एक सप्ताह पहले नई दिल्ली छोड़ दी है, यानि अब चीन का एक भी पत्रकार भारत में नहीं बचा है। साल 1980 के बाद जब से दोनों देशों के बीच के संबंध सामान्य हुए, ये पहला ऐसा मामला है, जब ना भारत का एक भी पत्रकार चीन में है और ना ही चीन का एक भी पत्रकार भारत में। फिलहाल समाचार एजेंसी का एक भारतीय रिपोर्टर बीजिंग में है, जिनका वीजा भी चीन ने नहीं बढ़ाया है। इससे पहले चीनी विदेश मंत्रालय ने 12 जून को कहा था कि भारतीय रिपोर्टर, “अभी भी चीन में काम कर रहा है और सामान्य रूप से रह रहा है” लेकिन उसने आगे कहा कि अगर भारत “आखिरी चीनी पत्रकार” का वीजा नहीं बढ़ाया, तो वह जवाबी कदम उठा सकता है।
ब्लूमबर्ग की इसी महीने की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की सरकार ने बीजिंग में रहने वाले भारतीय पत्रकार को देश छोड़ने के लिए कह दिया है। भारतीय पत्रकार को 30 जून तक बीजिंग छोड़ना होगा। आपको बता दें, कि 2023 की शुरूआत में भारत के चार पत्रकार चीन में काम कर रहे थे, लेकिन अप्रैल महीने में चीन ने दो भारतीय पत्रकारों का वीजा फ्रीज कर दिया और उन्हें चीन से जाने के लिए कह दिया। वहीं, बाकी बचे 2 भारतीय पत्रकारों में से एक पत्रकार को इस महीने 11 जून को चीन छोड़ना पड़ा और अब चीन में मौजूद आखिरी भारतीय पत्रकार को 30 जून तक चीन से बाहर निकलना होगा। यानि, इसके बाद दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले दो पड़ोसी देशों में एक दूसरे देशों का एक भी पत्रकार नहीं रह जाएगा।