The Journalist Post : भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि आत्मा न कट सकती है और न जल सकती है। आत्मा न पानी में घुल सकती है और न हवा से सूख सकती है। आत्मा अमर है, अटल है, स्थिर और सनातन है।
श्री कृष्ण हमें बता रहे हैं कि हमारा असली अस्तित्व आत्मा है, जो शुद्ध और पवित्र है। चाहे हमारे साथ जो भी हो जाए, लेकिन हमारी आत्मा, हमारा केंद्र हमेशा पवित्र और पावन रहता है। यह अंदर ईश्वर का कण है। दूसरी ओर से देखा जाए, तो हम आत्मा से ईश्वर के साथ जुड़े रहते हैं। क्योंकि आत्मा ईश्वर की उस रचनात्मकता का प्रमाण है, जिससे भगवान ने हम सब को बनाया है। आत्मा इस बात का प्रमाण है कि भगवान ने सोचा कि दुनिया को कहीं न कहीं हमारी जरूरत है और उस जरूरत को पूरा करने के लिए उन्होंने हमारी रचना की।