चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज राज्य में मुफ़्त बिजली की गारंटी का एक साल सफलता के साथ मुकम्मल होने पर पंजाब निवासियों को बधाई दी है जिससे समाज के हरेक वर्ग को बड़ा लाभ मिला है।
एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले साल एक जुलाई को लोगों को मुफ़्त बिजली देने की गारंटी लागू की थी। उन्होंने कहा कि तब से लेकर राज्य के 90 प्रतिशत घरों को मुफ़्त बिजली मिल रही है और पिछली जुलाई से बिजली का बिल ज़ीरो आ रहा है। भगवंत मान ने कहा कि यह बहुत ही मान और तसल्ली वाली बात है कि घरेलू खपतकारों के साथ-साथ देश के अन्नदाताओं को भी राज्य में कृषि के लिए मुफ़्त और निर्विघ्न बिजली मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को बिना किसी कट के आठ घंटे से अधिक समय निर्विघ्न बिजली स्पलाई मिल रही है। उन्होंने कहा कि खुश और संतुष्ट हुए किसान इस सम्बन्धी वीडियो शेयर करके अपने विचार सांझे कर रहे हैं और इसके साथ-साथ राज्य सरकार का धन्यवाद भी कर रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार ने पंजाब राज्य बिजली निगम को 20,200 करोड़ रुपए की सब्सिडी भी अदा कर दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम पिछली सरकारों की तरह कर्ज़ लेकर नहीं, बल्कि खजाने की लूट और भ्रष्टाचार को रोकने के कारण संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के ठोस यतनों के कारण पछवाड़ा के पास खाने से कोयले की स्पलाई साल 2015 के बाद अब फिर शुरू हो चुकी है। भगवंत मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने प्राईवेट थर्मल प्लांटों से ग़ैर- कानूनी ढंग से पैसे लेने के लिए इस कोयला खान से स्पलाई रोक दी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार पंजाब के पास कोयले का 43 दिनों का भंडार मौजूद है जबकि पिछली सरकारों के समय राज्य में ब्लैकआउट का ख़तरा बना रहता था। उन्होंने कहा कि चाहे देशभर की सरकारें पैसे कमाने के लिए सरकारी संपत्तियां बेच रही हैं परन्तु पंजाब सरकार ने प्राईवेट थर्मल प्लांट खरीदने का फ़ैसला करके नया रुझान शुरू किया है। भगवंत मान ने कहा कि धान के चल रहे सीज़न के दौरान भी इंडस्ट्री को निर्विघ्न बिजली आपूर्ति की रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब को अतिरिक्त बिजली वाला राज्य बनाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है और अब राज्य में वातावरण अनुकूल ऊर्जा, सौर और पन-बिजली को उत्साहित करने की तरफ ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि राज्य सरकार पानी की लीकेज को रोकने के लिए रावी दरिया पर पठानकोट में 206 मेगावाट के सामर्थ्य वाला हाईड्रो पावर प्रोजैक्ट स्थापित कर रही है। भगवंत मान ने कहा कि इस पानी का प्रयोग बिजली पैदा करने के साथ-साथ राज्य के खेतों की सिंचाई के लिए भी किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों के कारण पहली बार गांवों में नहरी पानी टेलों पर पहुंचाया गया है जिससे ट्यूबवैलों पर बोझ कम हुआ है और इससे बिजली और भू-जल पानी की काफ़ी बचत हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ’रंगला-पंजाब’ बनाने के लिए वचनबद्ध है, जिसके लिए हर पंजाबी को सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब हरित क्रांति का केंद्र रहा है और अब यह राज्य हर क्षेत्र में पूरे देश को नया रास्ता दिखाऐगा।