चंडीगढ़. पंजाब विजीलैंस ब्यूरो द्वारा राज्य में भ्रष्टाचार के खि़लाफ़ शुरु की मुहिम के अंतर्गत आज थाना मेहरबान (लुधियाना) में तैनात सहायक सब इंस्पेक्टर (ए. एस. आई.) अरुण कुमार को एक मज़दूर से 6000 रुपए रिश्वत लेने के दोष अधीन काबू किया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त ए. एस. आई. को मज़दूर (पल्लेदार) कृपा शंकर निवासी पंजाबी बाग़, लुधियाना की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो के पास पहुँच करके दोष लगाया कि उक्त पुलिस मुलाज़िम पिछले कुछ महीनों से उसे बार-बार रिश्वत की माँग करके परेशान कर रहा है। उसने बताया कि उक्त ए. एस. आई. उस (शिकायतकर्ता) के खि़लाफ़ थाना मेहरबान में आई. पी. सी. की धाराओं 365, 323/34 के अंतर्गत दर्ज एफ. आई. आर. नं. 163/2020 में उसकी ज़मानत रद्द करवाने की धमकियां देकर उससे किश्तों में रिश्वत के तौर पर 25,000 रुपए पहले ही ले चुका है। ए. एस. आई. अरुण कुमार इस केस का जांच अधिकारी था। शिकायतकर्ता को उक्त केस में 09/ 02/2021 को आगामी ज़मानत मिल गई थी।
प्रवक्ता ने बताया कि ए. एस. आई ने 19 जून, 2023 को इस मज़दूर से 1500 रुपए रिश्वत ली थी और वह 10,000 रुपए और माँग रहा था परन्तु शिकायतकर्ता के बार-बार विनती करने पर वह 8000 रुपए लेने के लिए राज़ी हो गया और उक्त रकम में से मुलजिम ए. एस. आई. 20 जून, 2023 को 2000 रुपए ले चुका है और अब वह बाकी 6000 रुपए की माँग कर रहा था।
प्रवक्ता ने बताया कि शिकायत की प्राथमिक जांच के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो थाना लुधियाना रेंज की टीम ने जाल बिछाया और उक्त पुलिस मुलाज़िम को कोर्ट कंपलैक्स, लुधियाना के पास से दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 6000 रुपए रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया।
इस सम्बन्धी ए. एस. आई. के खिलाफ विजीलैंस ब्यूरो थाना लुधियाना रेंज में भ्रष्टाचार रोकथाम एक्ट के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है। इस मामले की आगे जांच जारी है और मुलजिम को कल अदालत में पेश किया जायेगा।