नई दिल्ली: गुरु से ऊंचा पद किसी का नहीं होता। हमारे यहां तो संस्कारों में शुरू से ही यही बात सिखाई और पढ़ाई जाती है। गुरु का दर्जा भगवान से भी ऊपर रखा गया है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी सोमवार को उसी भारतीय परंपरा को निभाते दिखे। उन्होंने अपनी एक स्कूल टीचर से मुलाकात की। पत्नी सुदेश धनखड़ के साथ वह अपनी अध्यापिका से मिलने पहुंचे। इनका नाम रत्ना नायर है। यह मुलाकात केरल के कन्नूर में हुई। इतने सालों बाद अपने स्टूडेंट को देखकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। धनखड़ ने पूरे आदरभाव के साथ अपनी टीचर के सामने झुककर उनका अभिवादन किया। यह तस्वीर उसी समय की है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ केरल के दो दिवसीय दौरे पर हैं। रत्ना नायर उनकी स्कूल टीचर रही हैं। वह कन्नूर में पन्नियानूर ग्राम पंचायत क्षेत्र में रहती हैं। सोमवार को उपराष्ट्रपति की अपनी अध्यापिका से मुलाकात हुई। सालों बाद अपने छात्र को देखकर वह बहुत खुश हुईं। टीचर ने उपराष्ट्रपति से कहा, ‘इससे बेहतर गुरु दक्षिणा नहीं हो सकती।’ अध्यापिका और उनके परिवार ने उपराष्ट्रपति का नारियल पानी से स्वागत किया। उन्हें और उनकी पत्नी को घर में बनी इडली और केले के चिप्स परोसे।
शानदार स्टूडेंट थे धनखड़
नायर के कई स्टूडेंट ऊंचे पदों पर हैं। इनमें से ज्यादातर सशस्त्र बलों और पुलिस में हैं। हालांकि, यह पहली बार है कि उनमें से एक देश के दूसरे सर्वोच्च संवैधानिक पद पर है। अध्यापिका को अपने ‘जगदीप’ पर गर्व है। नायर ने धनखड़ को खाकी में एक युवा लड़के, पहली पंक्ति में बैठने वाले, पूरी तरह से कक्षा पर ध्यान केंद्रित करने वाले छात्र के रूप में याद किया।
नायर ने बताया कि धनखड़ बहुत ही ऐक्टिव, अनुशासित और आज्ञाकारी लड़के थे। क्लास के अंदर और बाहर सभी गतिविधियों में उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा रहता था। वह डिबेट में काफी अच्छे थे। स्पोर्ट्स और पढ़ाई में भी वह शानदार थे। धनखड़ सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ बोर्डिंग स्कूल में उनके छात्र थे।
पिता रखते थे प्रोग्रेस पर नजर
पुराने दिनों को याद करते हुए रत्ना ने कहा कि छात्र साल में लगभग नौ महीने अपने शिक्षकों के साथ बिताते हैं। वे उनके साथ लंबे समय तक चलने वाला बंधन विकसित करते हैं। अध्यापिका ने बताया कि अभिभावक बीच-बीच में स्कूल आते रहते थे। उन्हें याद है कि जगदीप के पिता इन बैठकों में बहुत नियमित रूप से शामिल होते थे। वह अपने दोनों बेटों से जुड़ी प्रोग्रेस पर नजर रखते थे। इस मौके पर केरल विधानसभा के अध्यक्ष ए एन शमसीर भी मौजूद थे।