The Journalist News..एफएटीएफ की ग्रे सूची से बाहर आने के बाद भी पाकिस्तान ने आतंक का साथ नहीं छोड़ा। तीन दिन पहले ही पुंछ में सेना की गाड़ी पर पाकिस्तान के नए आतंकी संगठन ने हमला करने की जिम्मेदारी ली है। इन दिनों हाल यह है कि पाकिस्थान के लोगों को आटा-तेल जैसी जरूरी वस्तुओं के लाले पड़े हैं वहीं उनका आतंकी संगठन जेश ए मोहम्मद इन दिनों चंदे की उगाही कर रहा है। 2022 में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) से राहत मिलने के बाद जैश फिर से सक्रिय हो गया है। जैश का चंदा जमा करने का काम केवल पेशावर तक ही सीमित नहीं है। इस संगठन को पंजाब, गुलाम जम्मू-कश्मीर एवं अन्य क्षेत्रों में देखा जा सकता है। निर्वासित नेता एवं यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (यूकेपीएनपी) के संस्थापक शौकत अली कश्मीरी ने यह बात अपने ट्वीट में कही है। प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद पेशावर में खुलेआम चंदा जमा कर रहा है, इससे इसके फिर से सिर उठाने की आशंका पैदा हो गई है। यह कई हमलों के लिए जिम्मेदार है।
आतंक को पाकिस्तानी पुलिस और आर्मी का सहयोग
यह बात तो जगजाहिर है और हिंदोस्तान कई मंचों से इसे उठा चुका है कि पाकिस्तान को आतंक की राह छोड़नी होगी तभी उससे बात संभव है। भारत यह भी कह चुका है कि पाकिस्थान में आतंक पुलिस फोर्स, आईएसआई और सेना की शह में पनप रहा है। जेश को पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों का खुलेआम समर्थन मिल रहा है। 2022 में एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे सूची से हटा दिया था।