The Journalist Post…बीमा घोटाले में सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को रविवार को पूछताछ के लिए बुलाया। दिन भर उनकी गिरफ्तारी को लेकर मीडिया में अलग-अलग बातें चलती रहीं लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। यह केवल अफवाह थी।मलिक शनिवार को दिल्ली के आरकेपुरम पुलिस स्टेशन गिरफ्तारी देने पहुंचे। हालांकि पुलिस ने कहा कि हमने न उन्हें हिरासत में लिया, न छोड़ा। वो स्वयं आए थे, स्वयं चले गए। मलिक ने शुक्रवार को बताया था कि सीबीआई रिलायंस इंश्योरेंस मामले में उनसे पूछताछ करना चाहती है। उन्हें अकबर रोड गेस्ट हाउस में बुलाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि मैं राजस्थान जा रहा हूं, इसलिए 27 से 29 अप्रैल तक आ सकात हूं। मलिक ने यह भी दावा किया था राज्यपाल रहते उन्हें फाइल पास करने के लिए 300 करोड़ का ऑफर मिला था। एक फाइल आरएसएस नेता औऱ्से दूसरी अंबानी से संबंध रखती थी।
पुलवामा मामले में केंद्र पर उठाए थे सवाल, शाह बोले- इनकी विश्वसनीयता नहीं
केंद्र सरकार को घेरते हुए हाल ही में मलिक ने कहा था कि केंद्र के ढुलमुल रवैये के कारण पुलवामा जैसा इंसिडेंट हुआ। गृह मंत्री अमित शाह ने इसके जवाब में कहा कि सत्यपाल मलिक की कोई विश्वसनीयता नहीं है। एक कार्यक्रम में शाह ने कहा कि मौका मिले तो मलिक से पूछना कि यह सब बीजेपी छोड़ने के बाद ही क्यों याद आ रहा है। कहा कि अंतरात्मा उस वक्त क्यों जागृत नहीं होती जब लोग सत्ता में होते हैं।
अर्धसैनिक बलों को एयरक्राफ्ट नहीं देने का मसला उठाया था मलिक ने
जब पुलवामा हुआ तो अर्धसैनिक बलों का काफिला सड़क से रहा था जबकि मौसम खराब था। मालिक ने आरोप लगाया था कि अर्धसैनिक बलों ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से एयरक्राफ्ट मांगे थे पर उन्होंने मांग को ठुकरा दिया जिसका नतीजा यह हादसा है मोदी ने उन्हें जिम कार्बेट से फोन किया और कहा कि ये हमारी गलती से हुआ। प्रधानमंत्री ने चुप रहने को कहा था। अजीत डोभाल के बयान से समझ आ गया था कि ठीकरा पाकिस्तान पर फूटने वाला है ताकि चुनाव में फायदा मिल सके।