जालंधर (रजनीश शर्मा) :- त्यौहारों का सीजन शुरू हो चुका है लेकिन सरकार द्वारा पटाखे का व्यापार करने संबंधी अभी तक कोई भी नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया। इसके चलते व्यापारियों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ तौर पर दिखाई दे रही हैं। इस देरी की वजह से व्यापारियों को करोड़ों रुपए का नुक्सान झेलना पड़ेगा। दशहरा का उत्सव 5 अक्तूबर को मनाया जा रहा है। इसके चलते पुतले बनाने के लिए पटाखों की खरीदारी जोरों पर हो रही है लेकिन महानगर में पटाखों को लेकर दिशानिर्देश जारी न होने के चलते कई पटाखा कारोबारियों का कामकाज प्रभावित हो रहा है। महानगर में पटाखों की बिक्री करने व बल्टर्न पार्क में दुकानें लगाने वालों के लिए सरकार द्वारा दीपावली से डेढ़-दो महीने पहले नोटिफिकेशन जारी कर दी जाती थी। नवरात्र शुरू होते ही बल्टर्न पार्क में दुकानदार माल बेचना शुरू कर देती थे लेकिन आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा इस प्रति ध्यान नहीं दिया जा रहा जोकि व्यापारियों के लिए चिंता का सबब बन रहा है। पटाखा व्यापारी तमिलनाडु के शिवकांशी से पटाखा इम्पोर्ट करते हैं, जिसकी राशि का कुछ प्रतिशत हिस्सा आर्डर के वक्त अदा किया जाता है। महानगर में दशहरे से पहले शुरू होने वाली डिमांड से दीपावली के सीजन का अंदाजा लगाया जाता है। इस क्रम में सरकार द्वारा दिशानिर्देश जारी न होने के कारण पटाखे मंगवाने को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। बल्टर्न पार्क में दुकानें लगाने वाले पटाखा व्यापारियों का कहना है कि नवरात्रों पर बिक्री शुरू होते ही दशहरा उत्सव मनाने वाले बड़ी तादाद में पटाखे खरीदते थे। नवरात्र के 3 दिन बीत चुके हैं व सरकार द्वारा गंभीरता न दिखाने से व्यापारियों को बड़ी तादाद में नुक्सान होने का भय सता रहा है। दुकानदारों का कहना है कि 24 अक्तूबर को दीपावली का त्यौहार मनाया जाएगा लेकिन लोगों द्वारा कुछ हफ्ते पहले ही पटाखों की खरीदारी कर ली जाती है जिसके चलते सरकार को इस प्रति ध्यान देते हुए तुरन्त प्रभाव से नोटिफिकेशन व गाइडलाइन जारी करनी चाहिए। सरकार का फैसला आने के बाद मार्कीट का ट्रैंड जानने में कुछ दिनों का समय लगेगा। नोटिफिकेशन में देरी की वजह से दशहरे संबंधी होने वाली बिक्री भी बड़े स्तर पर प्रभावित होगी जिससे व्यापारियों को करोड़ों रुपए का नुक्सान झेलना पड़ेगा। कुछ वर्ष पहले बल्टर्न पार्क में 100 के करीब पटाखों की दुकानें लगाने की अनुमति दी जाती रही है। इसके बाद सरकार द्वारा नियमों में बदलाव करके दुकानों की संख्या कम कर दी गई थी। पिछले समय के दौरान 20 के करीब दुकानें लगने के दिशानिर्देश जारी हुए थे। इस बार बल्टर्न पार्क में पटाखों की दुकानें लगाने की गिनती को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार है। व्यापारियों का कहना है कि सरकार को इस संबंधी दिशानिर्देश स्पष्ट करने चाहिए ताकि उन्हें पता चल सके कि कितनी दुकानें इस बार लगाई जाएंगी।
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