जालंधर (Rajnish Sharma) : आम आदमी पार्टी के दिशा-निर्देशों पर लाई गई पॉलिसी में एक्साइज विभाग ने शराब की अवैध बिक्री रोकने का रोड प्लान तैयार कर लिया है ताकि सरकार की योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा सके। इसी के चलते विभाग ने नाजायज शराब बेचने वालों पर शिकंजा कस दिया है। इसका मुख्य मकसद ठेकों की सेल बढ़ाने से प्रेरित है ताकि पॉलिसी को उम्मीद से बढ़िया रिस्पांस मिल सके व भविष्य में आने वाली योजनाओं के प्रति ठेकेदारों की रुचि देखने को मिले।
विभागीय सूत्रों ने बताया कि इस योजना के तहत जिन ठेकों पर शराब की अधिक बिक्री होगी वह खासतौर पर विभाग की निगाहों में रहेंगे ताकि नाजायज शराब बेचने वालों को सस्ते दामों में शराब उपलब्ध न हो सके। विभाग द्वारा इसके लिए ठेकों द्वारा पिछले वर्ष की गई बिक्री के आंकड़े निकलवाए गए हैं जिसके जरिए ठेकों पर नजर रखना बेहद आसान रहेगा।
ई.टी.ओ. रैंक के अधिकारी अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए एरिया इंस्पैक्टरों से ठेकों की सेल के बारे में रोजाना विस्तृत जानकारियां जुटा रहे हैं व इन्हीं तथ्यों के आधार पर आने वाले समय में विभाग द्वारा सक्रियता बढ़ाई जाएगी।
सूत्रों का कहना है कि कम ग्राहक संख्या वाले ठेकों की सेल बढ़ाने के लिए कम बिक्री होने वाले ठेकों से सस्ते दामों पर शराब की बड़े स्तर पर अवैध ढंग बिक्री की जाती है जिसका फायदा नाजायज तौर पर शराब बेचने वाले उठाते हैं। आमतौर पर शराब की जो बोतल 500 रुपए में बिक रही है, उसे यदि प्रति बोतल के हिसाब से बेचा जाए तो ठेके को 6000 रुपए की कलैक्शन होती है। यह शराब सस्ते दामों नजायज शराब बेचने वालों तक पहुंच जाती है।